साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 116
१. जो भी भैरवी साधना, एक साधक और साधिका एक साथ नग्न होकर करते है, क्या वो माता त्रिपुर भैरवी की साधना होती है? उत्तर:- नहीं, इस प्रकार की भैरवी साधना माता त्रिपुर भैरवी की नहीं होती है| माता त्रिपुर भैरवी की साधना में हम सीधे भगवती की जो ऊर्जा है उसको प्राप्त करने की उसको ग्रहण करने की कोशिश करते है| त्रिपुर भैरवी साधना १० महाविद्या में से एक है और यह साधना अन्य भैरवी साधनाओ से अलग है | त्रिपुर भैरवी साधना सिद्ध करने का तात्पर्य ब्रह्माण्ड को अपने नियंत्रण में ले लेना और इस प्रकार के साधक बहुत शक्ति सम्पन्न होते है | लेकिन कई साधक भैरवी साधना को अन्य अन्य पद्धतियों से सिद्ध करते है, जिसमे से एक साधक संभोग द्वारा हवन करने की क्रिया करता है और इस क्रिया को संभोग हवन भी कहाँ जाता है, इसके माध्यम से साधक और साधिका अपनी ऊर्जा को एक दूसरे को देने की क्रिया करते है, जिसमे मूलाधार चक्र पर बार बार चोट दी जाती है इसी वजह से अन्य चक्र भी जागृत हो जाते है | लेकिन इस प्रकार की क्रिया कोई सरल कार्य नहीं है बहुत ही उच्च स्तर का ज्ञान होना आवश्यक है | २. इस प्रकार की साधना का कौन से तंत्र की ग्रन्थ में जिक्र है? ग्रन्थ का नाम बता सकते है? उत्तर:- इस प्रकार की साधना का वर्णन बहुत से तंत्र ग्रंथों में है, लेकिन मूलता इसका वर्णन अथर्ववेद में प्राप्त होता है | इस प्रकार की साधना को बहुत से साधको ने और ऋषियों ने भी किया है और बहुत सी सिद्धियां भी प्राप्त की है | ३. क्या इसमें सिर्फ अष्ट चक्र के जगह जीवित प्रेमिका को रखा जाता है और बाकी सब नियम और मंत्र भी एक जैसा रहता है? उत्तर:- अष्ट चक्र भैरवी साधना जो गुरूजी ने प्रकाशित की है, वह अजीवित भैरवी है| यानी की वह कोई जीवित स्त्री नहीं है बल्कि यह एक ऊर्जा है, एक शक्ति है जो हम साधना द्वारा प्राप्त कर सकते है | इस साधना में आपको स्वयं भी उच्च कोटि का साधक बनना पढ़ता है और अगर आप इस साधना को अपनी प्रेमिका के साथ सम्पन करना चाहते है तो इसकी विधि अलग होती है और नियमावली भी अलग होती है, लेकिन इन दोनों तरीको का उद्देश्य एक ही होता है | |
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साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 116
November 16, 2021